मेजर संदीप उन्नीकृष्णन जीवन परिचय (जन्म तारिक, जन्म स्थान, माता, पिता, करियर, मृत्यु तारीख, मृत्यु स्थान, पत्नी, शिक्षा, आर्मी करियर, ब्रांच, लड़ाई, सेना, ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन पराक्रम, ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो, पुरस्कार, आखरी विदाई, आखरी शबद, फिल्म [Major Sandeep Unnikrishnan Biography in Hindi- Age, Death Reason, Last Words, date of birth, birth place, career, education, father, mother, children, wife, army career, branch, team, death date, date place, awards, operations]
Major Sandeep Unnikrishnan biography in Hindi: 03 जून 2022, को मेजर मूवी रिलीज हुई है। यह मूवी मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का जीवन परिचय है। इस फिल्म में 26 नवंबर 2008 को होने वाली मुंबई टेरर अटैक(Mumbai Terror Attack) के बारे में भी बताया है।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का इस अटैक में बहुत बड़ा हाथ था। अपने देश से प्यार करने वाले मेजर संदीप अपनी जान की बाजी लगाते हुए उन टेरेरिस्ट की आखों में आखें डालकर अंतिम सांस तक लड़ते रहे। आज मैं उसी जाबाज और देश प्रेमी के बारे में बताने जा रही हूं। Major Sandeep Unnikrishnan biography in Hindi, में आपको उनके जीवन के हर पहलू को बताऊंगी।
Table of Contents
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मेजर संदीप उन्नीकृष्णन कौन थे?
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन भारतीय सेना में मेजर के पद पर थे। इन्होंने मुंबई में ताज महल पर होने वाले टेरर अटैक जो 26/11, 2008 में हुई थी, उसमे टेरेरिस्ट से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। इन्हे उस दिन वहां फंसे नागरिकों की जान बचाने का जिम्मा सौंपा गया था।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन को उनकी वीरता के लिए उस समय की राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल के द्वारा सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार मिला था। आज भी लोग उनके किए गए कामों को याद करते है। उन्हे और भी कई पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का जीवन परिचय | Major Sandeep Unnikrishnan biography in Hindi(Major Movie)
- नाम (name) – मेजर संदीप उन्नीकृष्णन (Major Sandeep Unnikrishnan)
- जन्म का स्थान और समय (place and time of birth) – 15 मार्च 1977 को कालीकट, केरल
- प्रसिद्धी का कारण (Famous For ) 2008 के मुंबई हमलों के दौरान कार्रवाई में शहीद हुए
- मृत्यु की जगह (Place of Death) ताज होटल, मुंबई
- उम्र (Age ) 31 साल (मृत्यु के समय )
- माता पिता का नाम (parent’s name) – श्री के. उन्नीकृष्णन और श्रीमती धनलक्ष्मी उन्नीकृष्णन
- वीरगति का स्थान और समय (place and time of martyrdom) – 28 नवंबर 2008, ताज होटल, मुंबई
- अंतिम संस्कार का स्थान (place and time of funeral) – हेब्बाल, बैंगलोर, कर्नाटक
- राष्ट्रीयता (nationality) – भारतीय (Indian)
- पेशा/ सेवा (profession) – भारतीय सेना, एन. एस. जी. (Indian Army, NSG)
- उपाधि / रैंक (rank) – मेजर, कमांडो (Major, Commando)
- सम्मान (award) – अशोक चक्र, 26 जनवरी 2009 ( Ashoka Chakra),ऑपरेशन पराक्रम मैडल (Operation Parakram Medal),सैन्य सेवा मेडल (Sainya Seva Medal)
- शिक्षा (study) – फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल, बैंगलोर,आईएससी विज्ञान विषय से स्नातक (ISC Science Subject)
- लड़ाई / युद्ध / आर्मी ऑपरेशन (Battle / War / Army Operation) ऑपरेशन विजय (Operation Vijay),ऑपरेशन पराक्रम (Operation Parakram,ऑपरेशन रक्षक (Operation Guard),ऑपरेशन ब्लैक (Operation Black),टॉर्नाडो
- उपनाम (nickname) – Sandeep Unnikrishnan
- धर्म (Religion) – हिन्दू
- राशि (Zodiac Sign) – मीन राशि
- कद (Height) – 5 फीट 10 इंच
- आंखों का रंग (Eye Colour) – काला
- बालों का रंग (Hair Colour) – काला
- वैवाहिक स्थिति (Marital Status) – विवाहित
- अंतिम संस्कार का स्थान (Place Of Funeral) – हेब्बाल, बैंगलोर, कर्नाटक
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कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म एवं शुरूआती जीवन (Birth & Early Life )
Image source: Googleमेजर संदीप उन्नीकृष्णन का जन्म 15 मार्च 1977 को हुआ था। ये एक मलयाली नायर परिवार से ताल्लुक रखते है। इन्होंने कई साल केरला में बिताए है क्योंकि इन्हे माता पिता वहां चले गए थे। इनके परिवार में सभी पढ़े लिखे है। इनके पिता का नाम के. उन्नीकृष्णन था जो इसरो में अधिकारी के पद पर काम करते थे। और माता का नाम धनलक्ष्मी उन्नीकृष्णन, जो एक गृहणी थी। संदीप अपने माता पिता की इकलौती संतान थे।
जब इन्होंने छोटे थे और स्कूल में पढ़ा करते थे तब ही अपने दोस्तो को बोला करते थे की इंडियन आर्मी को अपनी जिंदगी सौपना चाहते है। इन्हे सिर्फ आर्मी में नौकरी नहीं बल्कि अपने देश के लिए इतना प्यार था की कई बार स्कूल में इंडियन आर्मी के जैसे बालो को कटवाते थे। जो की क्र्यू कट हेयर स्टाइल था।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की शिक्षा ( Major Sandeep Unnikrishnan Education )
- Sandeep Unnikrishnan ने अपनी शुरुआती पढाई बैंगलोर के फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल से पूरी की है। संदीप को पढाई के साथ खेल कूद में भी बहुत मन लगता था। और इसलिए इन्होंने कई प्रतियोगिता में भाग लिया था।
- साल 1995 में ISC साइंस स्ट्रीम से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इनका हमेशा से सपना भारतीय सेना में शामिल होने का था।
- संदीप एक अच्छे एथलीट खिलाडी भी रह चुके है। खेल में अच्छा होने की वजह से इन्होंने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए। कई रिकॉर्ड दूसरे खिलाड़ियों द्वारा तोड़े गए पर कई ऐसे भी है जो आज भी कायम है।
- खेलो में रुचि रखने के साथ साथ उन्हे म्यूजिक दुनिया से भी बहुत प्यार था। उन्हें म्यूजिक काफी पसंद था इतना कि वो स्कूल में पढाई के दौरान, Music Group में शामिल हो गए थे। अपने खाली समय में म्यूजिक के साथ वक्त बिताना बेहद पसंद था।
- इन्होंने अपनी शुरुआती पढाई अच्छे से पूरी कर ली और फिर आर्मी में जाने के लिए NDA (National Defence Academy) जैसी कड़े एग्जाम की तैयारी की, और उसमे उत्तीर्ण रहे।
- NDA में प्रवेश करने के बाद वो मात्र एक कैडेट बने थे जहाँ से वो ओस्कर स्क्वाड्रन नंबर 4 बटालियन के लिए चुने गए। यही नहीं इन्होंने NDA के 94 वें कोर्स से कला स्नातक की डिग्री हासिल की।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का सेना करियर
- साल 1999, 12 जुलाई को संदीप को बिहार रेजिमेंट की 7वीं बटालियन में लेफ्टिनेंट की पोस्ट के लिए नियुक्त किया गया था। फिर बाद में जम्मू-कश्मीर फिर राजस्थान में पोस्टिंग कर दी गई थी।
- संदीप उन्नीकृष्णन को 12 जून 2003 को कैप्टन का पद और 12 जून 2005 को मेजर के पद दिया गया था। साल 2006 में वो राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड में शामिल कर लिए गए। इसके प्रशिक्षण के बाद वो उसका हिस्सा बन गए।
- इन्होंने घातक कोर्स कमांडो विंग इन्फैंट्री स्कूल, जो बेलगाम में था। वहां उन्होंने टॉप किया। यह कोर्स अबतक का सेना का सबसे मुश्किल कोर्स माना जाता है।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो –
- अक्सर लोग मुंबई या तो घूमने जाते है या अपने सपने को पूरा करने लेकिन, 26 नवंबर 2008 की रात, को वहा दहशत का माहौल बना हुआ था। दक्षिण मुंबई के 100 साल पुराने ताजमहल पैलेस होटल के साथ और भी कई प्रमुख इमारतों पर आतंकियों ने हमला किया था।
- रिपोर्ट की मुताबिक इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादी का हाथ था। लश्कर-ए-तैयबा इस्लामी आतंकवादी संगठन मोहम्मद अजमल आमिर कसाब के सदस्य के लोग थे। बाद में इसकी पुष्टि हुई और 21 नवंबर 2012 को कोर्ट ने इन आतंकी को पुणे में फांसी पर लटका दिया गया था।
- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन 51 स्पेशल एक्शन ग्रुप (51 एसएजी) के टीम कमांडर भी थे, इन्हे ताज होटल के बंधकों को छुड़ाने के लिए इस ऑपरेशन में तैनात किया गया था। तब वो अपने टीम की मदद से छठे मंजिल पर पहुंचे।
- वापस आते वक्त कमांडो की टीम को तीसरी मंजिल पर बंधको का संदेह हुआ और बाद में पता चला की अंदर से बंद एक कमरे में कुछ औरतों को बंधक बना लिया गया था।
- इनकी टीम ने दरवाजे को तोड़ते हुए अंदर घुसा, फिर आतंकवादियों की तरफ से गोलीबारी का सामना करना पड़ा। फायरिंग के दौरान कमांडो सुनील यादव, मेजर उन्नीकृष्णन के सहयोगी थे, बाद में वो घायल हो गए। मेजर उन्नीकृष्णन ने आतंकवादियों को गोलाबारी में उलझा दिया और कमांडो यादव को निकालने की व्यवस्था की जिसमे वो सफल रहे।
- आतंकवादी आमने-सामने थे पर फिर कैसे करके, मेजर उन्नीकृष्णन ने उन आतंकवादियों का पीछा करने लगे जो होटल की दूसरी मंजिल पर भाग गए थे।
- उसी मुठभेड़ के दौरान इन्हे किसी ने पीछे से गोली मार दी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी चोट ने एक घातक रूप ले लिया और वही मेजर ने अपनी अंतिम सांस ली।
- एनएसजी के अधिकारियों के अनुसार, मेजर संदीप ने अपने साथियों से अंतिम बार कहा था की, “ऊपर मत आओ, मैं उन्हें संभाल लूंगा”, उनके बलिदान, बहादुरी, साहस और नेतृत्व ने उनके साथियों को आतंकवादियों से लड़ने और उन्हे खत्म करने के लिए प्रेरित किया और टीम ने ऑपरेशन बाल्क टॉरनेडो को सफलतापूर्वक पूरा किया। हालांकि ये देश उन सारे वीर सैनिक को हमेशा याद रखेगी।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का परिवार (Major Sandeep Unnikrishnan Family)
- पिता का नाम (Father’s Name) – श्री के. उन्नीकृष्णन
- माता का नाम (Mother’s Name) – श्रीमती धनलक्ष्मी उन्नीकृष्णन
- पत्नी का नाम (Wife ’S Name) – नेहा उन्नीकृष्णन
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की पत्नी (Wife )
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन ने अपनी प्रेमिका नेहा उन्नीकृष्णन से शादी की थी। नेहा और संदीप एक दूसरे को बचपन से जानते थे। दोनो साथ में पढ़ा करते थे और तब उन्हे प्यार हो गया।
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मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के अंतिम अमर शब्द –
26/11 की रात मेजर संदीप उन्नीकृष्णन को उस ऑपरेशन को पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया था। यह जब कमांडो सुनील यादव के साथ आतंकवादियों की घेराबंदी कर रहे थे तब इन्होंने अपने सहयोगी सुनील कुमार यादव को जाने को कहा और अकेले ही आतंकवादियों से लड़ने का फैसला किया।
एनएसजी अधिकारियों के अनुसार उनके आखिरी शब्द यह थे-
“ऊपर मत आओ, मैं उन्हें संभाल लूंगा।”
मेजर उन्नीकृष्णन के पुरस्कार एवं पदक –
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन ने को किया था वो कोई आम बात नही थी। और इसीलिए सरकार ने उन्हे कई पदक और पुरुस्कार से नवाजा है। नीचे उनके सभी पदक और पुरुस्कार बताए गए है:-
- अशोक चक्र
- ऑपरेशन पराक्रम पदक
- विशेष सेवा पदक
- सैन्य सेवा पदक
- उच्च ऊंचाई सेवा पदक
- 9 साल लंबी सेवा पदक
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के ऊपर बनी फिल्म (Major movie | Major movie review)
- Major Movie review की बात करे तो यह फिल्म मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का जीवन परिचय बोल सकते है। एक तरह से ये biopic की तरह है।
- इसमें सिर्फ 26/11 को होने वाली अटैक को नही दिखाया गया है। बल्कि, इसमें इनकी पूरी लाइफ को दिखाया गया है। वो अपनी पर्सनल लाइफ में कैसे थे, एक पति के रूप में कैसे और एक बेटे के रूप में कैसे थे।
- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन बचपन से आर्मी अधिकारी बनना चाहते थे। लेकिन उनके माता पिता ये कभी नही चाहते थे क्योंकि वो उनकी एक मात्र संतान थे और हर समय जान जाने की रिस्क उन्हे जीने नही देता था।
- फिल्म के एक्शन और इमोशन बहुत रीयल लगते है जिससे आप खुद को जोड़ पाएंगे और उस डर को भी फील कर पाएंगे जो 26/11, 2008 को 5 सितारा ताज होटल में उपस्थित लोगो को लगा था।
- अपनी आखरी सांस तक लड़ते वाले संदीप उन्नीकृष्णन की जिंदगी को बहुत अच्छे से Adivi Sesh ने स्क्रीन पर दिखाया है। इसे प्रोड्यूस साउथ इंडियन के सुपरस्टार महेश बाबू ने किया है।
- फिल्म वाकई बहुत अच्छी है। देखने पर अपनी आखों में आसूं लाने पर मजबूर कर देती है। पैसे वसूल हो जाएंगे। बेफिक्र हो कर जाए।
FAQ
Q. मेजर संदीप उन्नीकृष्णन कौन थे?
Ans. मेजर संदीप उन्नीकृष्णन भारतीय सेना के मेजर, कमांडो थे। जिन्होंने मुंबई टेरर अटैक में कई लोगो की जान बचाई थी।
Q. मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की पत्नी का नाम क्या है?
Ans. नेहा उन्नीकृष्णन
Q. मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के अंतिम शब्द क्या थे?
Ans. एनएसजी के अधिकारियों के अनुसार उनके आखिरी शब्द – ”तुम ऊपर मत आना में संभाल लूंगा’ थे।
Q. मेजर संदीप उन्नीकृष्णन खाली टाइम में क्या किया करते थे?
Ans- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन को खाली समय में म्यूजिक ग्रुप के साथ तरह-तरह के गाने सीखना पसंद करते थे।
Q- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की मृत्यृ कब हुई?
Ans- मुंबई 26/11, 2008 में मुम्बई टेरर अटैक के हमले के दौरान हुई थी।
Q- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन को मरणोपरांत किस पुरस्कार से नवाजा गया?
Ans- भारत के बेटे मेजर संदीप को सर्वोच्च शांति काल वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से नवाजा गया है।
अंतिम कुछ शब्द –
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